जानिए भारत में कोविड के नए केस, कौन से वेरिएंट फैला रहे हैं संक्रमण और किन राज्यों में कितनी स्थिति गंभीर है। आसान देसी भाषा में पूरी जानकारी।
Corona फिर लौट आया: क्या भारत में नई लहर की आहट है?
भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि कोरोना के एक्टिव केस फिर से सामने आ रहे हैं। हालात गंभीर नहीं हैं, लेकिन सतर्क रहना अब भी उतना ही जरूरी है जितना पहले था।
कोविड के ताज़ा आंकड़े: किस राज्य में कितने केस?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में अब तक कुल 3961 एक्टिव केस हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में 4 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें एक 22 साल की लड़की भी शामिल है। यह आंकड़ा इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि युवा वर्ग में आमतौर पर इम्यूनिटी अच्छी मानी जाती है।
राज्य | नए मामले (24 घंटे में) | कुल सक्रिय मामले |
---|---|---|
दिल्ली | 47 | 483 |
महाराष्ट्र | 21 | 506 |
केरल | - | 10,435 |
पश्चिम बंगाल | 44 | 331 |
कौन से नए वेरिएंट से बढ़ रहे हैं केस?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इस बार केस दो नए सब-वेरिएंट्स की वजह से बढ़ रहे हैं:
- Nव.1.8.1
- LF.7
हालांकि इन वेरिएंट्स से संक्रमण गंभीर नहीं हो रहा है। ज़्यादातर मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं और अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं पड़ रही है।
क्या डरने की जरूरत है?
दिल्ली AIIMS के डॉक्टर हर्षल सालवे और प्रयागराज के डॉ. एस. के. चौधरी का कहना है कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग का फोकस फिलहाल सर्विलांस सिस्टम को मजबूत करने पर है ताकि बढ़ते मामलों को शुरुआती स्तर पर ही कंट्रोल किया जा सके।
22 साल की लड़की की मौत: क्या अब युवा भी खतरे में हैं?
यह खबर सभी के लिए एक चेतावनी है। आमतौर पर युवा शरीर में बीमारियों से लड़ने की ताकत होती है, लेकिन अगर एक 22 साल की युवती की जान कोरोना से जाती है, तो सवाल खड़े होना लाज़मी है।
यह दिखाता है कि वायरस चाहे कमजोर हो, लेकिन लापरवाही नहीं करनी चाहिए।
WHO और सरकार की सलाह: इन बातों का पालन ज़रूरी है
सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से जारी गाइडलाइंस का पालन करना अब भी ज़रूरी है:
- लक्षण दिखें तो मास्क पहनें
- भीड़-भाड़ से बचें
- बुजुर्ग और बीमार लोगों से दूरी बनाए रखें
- बार-बार हाथ धोएं
- घर पर रहें अगर आप बीमार हैं
- अफवाहों से बचें, सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें
निष्कर्ष: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
देश में कोरोना के केस फिर से सामने आ रहे हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। ये एक चेतावनी है कि हमें लापरवाह नहीं होना है।
सावधानी, साफ-सफाई और जागरूकता ही इस बार की असली वैक्सीन है।
इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।